उत्तर भारत के साम्राज्यों पर GK MCQs – मध्यकालीन भारतीय इतिहास
मध्यकालीन भारतीय इतिहास में उत्तर भारत के राज्यों का विशेष महत्व है, जहाँ दिल्ली सल्तनत, मुगलों, राजपूतों और अन्य क्षेत्रीय शासकों ने शासन किया। इन राज्यों ने प्रशासन, कला, वास्तुकला और सांस्कृतिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया। इस सेक्शन में हम आपको उत्तर भारत के साम्राज्यों पर GK MCQs प्रदान कर रहे हैं, जो UPSC, SSC, बैंकिंग, रेलवे और अन्य राज्यस्तरीय प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए अत्यंत उपयोगी हैं।
Q11. सेन वंश किस क्षेत्र पर शासन करता था?
a) बंगाल
b) गुजरात
c) राजस्थान
d) मध्य प्रदेश
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Correct Answer: a) बंगाल
Explanation: सेन वंश 11वीं से 13वीं शताब्दी तक बंगाल पर शासन करता था। इस वंश के प्रमुख शासक विजयसेन, बल्लालसेन और लक्ष्मणसेन थे। सेन शासकों ने संस्कृत साहित्य और शिक्षा को बढ़ावा दिया। लक्ष्मणसेन के दरबार में प्रसिद्ध कवि जयदेव रहते थे।
Q12. कल्चुरि वंश की राजधानी कहाँ थी?
a) त्रिपुरी
b) कन्नौज
c) धारा
d) गया
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Correct Answer: a) त्रिपुरी
Explanation: कल्चुरि वंश की राजधानी त्रिपुरी (वर्तमान जबलपुर, मध्य प्रदेश) थी। यह वंश 10वीं से 13वीं शताब्दी तक मध्य भारत के बड़े हिस्से पर शासन करता था। कल्चुरि शासक शैव मत के अनुयायी थे और उन्होंने कई शिव मंदिरों का निर्माण करवाया।
Q13. किस राजपूत वंश ने चित्तौड़गढ़ किले का निर्माण करवाया?
a) सिसोदिया
b) चौहान
c) परमार
d) चंदेल
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Correct Answer: a) सिसोदिया
Explanation: चित्तौड़गढ़ किले का निर्माण सिसोदिया वंश ने करवाया था। सिसोदिया मेवाड़ (दक्षिणी राजस्थान) के शासक थे। यह किला राजपूत वीरता और बलिदान का प्रतीक है। इस किले में कई ऐतिहासिक स्मारक हैं, जैसे विजय स्तंभ और कीर्ति स्तंभ।
Q14. गुर्जर-प्रतिहार वंश का संस्थापक कौन था?
a) नागभट्ट प्रथम
b) मिहिर भोज
c) महेंद्रपाल प्रथम
d) वत्सराज
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Correct Answer: a) नागभट्ट प्रथम
Explanation: गुर्जर-प्रतिहार वंश की स्थापना नागभट्ट प्रथम ने 8वीं शताब्दी में की थी। उसने अरब आक्रमणों का सफलतापूर्वक मुकाबला किया और राजस्थान तथा मालवा के क्षेत्रों पर अपना नियंत्रण स्थापित किया। बाद में इस वंश ने कन्नौज को अपनी राजधानी बनाया।
Q15. किस राजपूत वंश ने रणथंभौर दुर्ग का निर्माण करवाया?
a) चौहान
b) परमार
c) चंदेल
d) तोमर
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Correct Answer: a) चौहान
Explanation: रणथंभौर दुर्ग का निर्माण चौहान वंश ने करवाया था। यह दुर्ग राजस्थान के सवाई माधोपुर जिले में स्थित है। रणथंभौर मध्यकालीन भारत के सबसे मजबूत किलों में से एक था और इसे अभेद्य माना जाता था। यह चौहान राजपूतों की शक्ति का प्रतीक था।
Q16. पाल वंश के किस शासक ने सोमपुरा महाविहार की स्थापना की?
a) धर्मपाल
b) देवपाल
c) महीपाल प्रथम
d) रामपाल
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Correct Answer: c) महीपाल प्रथम
Explanation: पाल वंश के शासक महीपाल प्रथम ने 11वीं शताब्दी में सोमपुरा महाविहार (वर्तमान बांग्लादेश में पहाड़पुर) की स्थापना की। यह बौद्ध शिक्षा का एक महत्वपूर्ण केंद्र था।
Q17. सोमपुरा महाविहार का निर्माण किस पाल शासक ने करवाया था?
a) गोपाल
b) धर्मपाल
c) देवपाल
d) महीपाल प्रथम
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Correct Answer: b) धर्मपाल
Explanation: सोमपुरा महाविहार का निर्माण पाल वंश के दूसरे शासक धर्मपाल ने 8वीं शताब्दी में करवाया था। यह बौद्ध शिक्षा का एक महत्वपूर्ण केंद्र था और अपने समय का सबसे बड़ा बौद्ध विहार माना जाता था। इसका वास्तुशिल्प इतना प्रभावशाली था कि इसने बाद में दक्षिण-पूर्व एशिया के कई बौद्ध मंदिरों के डिजाइन को प्रभावित किया।
Q18. पाल वंश का संस्थापक कौन था?
a) धर्मपाल
b) देवपाल
c) गोपाल
d) महीपाल
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Correct Answer: c) गोपाल
Explanation: पाल वंश की स्थापना गोपाल ने 750 ई. में की थी। वह एक सैन्य नेता था जिसे बंगाल में अराजकता को समाप्त करने के लिए लोगों द्वारा चुना गया था। गोपाल ने बंगाल और बिहार के बड़े हिस्से पर अपना नियंत्रण स्थापित किया और एक मजबूत राजवंश की नींव रखी जो लगभग 400 वर्षों तक शासन करता रहा।
Q19. पाल वंश के शासनकाल में किस भाषा का विकास हुआ?
a) संस्कृत
b) पाली
c) प्राकृत
d) अपभ्रंश बंगाली
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Correct Answer: d) अपभ्रंश बंगाली
Explanation: पाल वंश के शासनकाल में अपभ्रंश बंगाली भाषा का विकास हुआ। इस काल में रचित ‘चर्यापद’ बंगाली साहित्य की पहली कृति मानी जाती है। यह अपभ्रंश में लिखी गई थी, जो बंगाली, असमिया, उड़िया और मैथिली भाषाओं की पूर्ववर्ती थी। इस प्रकार पाल काल में आधुनिक बंगाली भाषा की नींव पड़ी।
Q20. पाल वंश के किस शासक को सबसे शक्तिशाली माना जाता है?
a) गोपाल
b) धर्मपाल
c) देवपाल
d) महीपाल
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Correct Answer: c) देवपाल
Explanation: देवपाल को पाल वंश का सबसे शक्तिशाली शासक माना जाता है। उसने 810-850 ई. तक शासन किया और पाल साम्राज्य को उसके चरम पर पहुंचाया। उसने असम और उड़ीसा तक अपना साम्राज्य विस्तार किया और राष्ट्रकूट शासक अमोघवर्ष को भी पराजित किया। उसके शासनकाल में पाल साम्राज्य उत्तर और पूर्वी भारत की सबसे शक्तिशाली सत्ता बन गया।