मौर्य काल पर GK MCQs – प्राचीन भारतीय इतिहास
“मौर्य काल पर GK MCQs” प्राचीन भारतीय इतिहास का एक महत्वपूर्ण अध्याय है, जो प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्रों के लिए अत्यंत उपयोगी है। यह काल 322 से 185 ईसा पूर्व तक फैला हुआ था और इसमें चंद्रगुप्त मौर्य, अशोक जैसे महान शासकों का शासन शामिल है। इस लेख में, हम मौर्य साम्राज्य से संबंधित महत्वपूर्ण वस्तुनिष्ठ प्रश्नों का संग्रह प्रस्तुत करेंगे, जो SSC, UPSC, रेलवे और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं में सहायक सिद्ध होंगे। ज्ञानवर्धन के लिए तैयार रहें और मौर्य काल की गहराइयों में उतरें!
Q21. मौर्य काल में राजस्व विभाग का प्रमुख अधिकारी कौन था?
a) समाहर्ता
b) संनिधाता
c) कोषाध्यक्ष
d) आयुक्त
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Correct Answer: a) समाहर्ता
Explanation: मौर्य काल में राजस्व विभाग का प्रमुख अधिकारी समाहर्ता कहलाता था। वह राज्य के सभी प्रकार के करों और राजस्व की वसूली का प्रबंध करता था। भूमि कर, व्यापार कर, खनन कर आदि विभिन्न प्रकार के कर लगाए जाते थे।
Q22. मौर्य काल में कृषि विभाग का प्रमुख अधिकारी कौन था?
a) सुलकाध्यक्षा
b) सन्निधाता
c) सीताध्यक्ष
d) लोहाध्यक्ष
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Correct Answer: c) सीताध्यक्ष
Explanation: मौर्य काल में कृषि विभाग का प्रमुख अधिकारी सीताध्यक्ष कहलाता था। वह कृषि कार्यों का प्रबंधन करता था और कृषि उत्पादन को बढ़ाने के लिए उपाय करता था। सीताध्यक्ष कृषि भूमि की देखरेख और किसानों की सहायता करता था।
Q23. मौर्य काल में व्यापार और वाणिज्य का प्रमुख अधिकारी कौन था?
a) पण्याध्यक्ष
b) सुलकाध्यक्षा
c) लोहाध्यक्ष
d) आकराध्यक्ष
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Correct Answer: a) पण्याध्यक्ष
Explanation: मौर्य काल में व्यापार और वाणिज्य का प्रमुख अधिकारी पण्याध्यक्ष कहलाता था। वह व्यापार और वाणिज्य के नियमों का पालन सुनिश्चित करता था और बाजार की निगरानी करता था। पण्याध्यक्ष व्यापारियों के लिए लाइसेंस जारी करता था और व्यापारिक विवादों का निपटारा करता था।
Q24. मौर्य काल में खनन विभाग का प्रमुख अधिकारी कौन था?
a) लोहाध्यक्ष
b) आकराध्यक्ष
c) सुलकाध्यक्षा
d) सीताध्यक्ष
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Correct Answer: b) आकराध्यक्ष
Explanation: मौर्य काल में खनन विभाग का प्रमुख अधिकारी आकराध्यक्ष कहलाता था। वह खनन कार्यों का प्रबंधन करता था और खनिज संसाधनों का उपयोग सुनिश्चित करता था। आकराध्यक्ष खानों की सुरक्षा और खनिकों की देखरेख करता था।
Q25. मौर्य काल में लोहा उद्योग का प्रमुख अधिकारी कौन था?
a) लोहाध्यक्ष
b) आकराध्यक्ष
c) सुलकाध्यक्षा
d) सीताध्यक्ष
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Correct Answer: a) लोहाध्यक्ष
Explanation: मौर्य काल में लोहा उद्योग का प्रमुख अधिकारी लोहाध्यक्ष कहलाता था। वह लोहे के उत्पादन और वितरण का प्रबंधन करता था। लोहाध्यक्ष लोहे के औजारों और हथियारों की गुणवत्ता सुनिश्चित करता था और उनके निर्माण की देखरेख करता था।
Q26. मौर्य काल में वजन और माप का प्रमुख अधिकारी कौन था?
a) पण्याध्यक्ष
b) पथवाध्यक्ष
c) सुलकाध्यक्षा
d) लोहाध्यक्ष
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Correct Answer: b) पथवाध्यक्ष
Explanation: मौर्य काल में वजन और माप का प्रमुख अधिकारी पथवाध्यक्ष कहलाता था। वह वजन और माप के मानकों का पालन सुनिश्चित करता था और बाजार में सही मापदंडों का उपयोग सुनिश्चित करता था। पथवाध्यक्ष व्यापारिक लेन-देन में धोखाधड़ी को रोकता था।
Q27. मौर्य काल में शिपिंग और नौवहन का प्रमुख अधिकारी कौन था?
a) लोहाध्यक्ष
b) आकराध्यक्ष
c) नवाध्यक्ष
d) सुलकाध्यक्षा
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Correct Answer: c) नवाध्यक्ष
Explanation: मौर्य काल में शिपिंग और नौवहन का प्रमुख अधिकारी नवाध्यक्ष कहलाता था। वह नौवहन और समुद्री व्यापार का प्रबंधन करता था। नवाध्यक्ष जहाजों की सुरक्षा और संचालन की देखरेख करता था और समुद्री मार्गों का विकास करता था।
Q28. मौर्य काल में कर संग्रहण का प्रमुख अधिकारी कौन था?
a) सुलकाध्यक्षा
b) पथवाध्यक्ष
c) पण्याध्यक्ष
d) लोहाध्यक्ष
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Correct Answer: a) सुलकाध्यक्षा
Explanation: मौर्य काल में कर संग्रहण का प्रमुख अधिकारी सुलकाध्यक्षा कहलाता था। वह विभिन्न प्रकार के करों का संग्रहण करता था और राज्य के राजस्व को बढ़ाने के लिए उपाय करता था। सुलकाध्यक्षा व्यापार कर, सीमा शुल्क, और अन्य करों का प्रबंधन करता था।
Q29. मौर्य काल में न्यायिक अधिकारियों का प्रमुख कौन था?
a) धर्माधिकारी
b) राजुक
c) युक्त
d) अमात्य
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Correct Answer: a) धर्माधिकारी
Explanation: मौर्य काल में न्यायिक अधिकारियों का प्रमुख धर्माधिकारी होता था। वह मुख्य न्यायाधीश के रूप में कार्य करता था और न्यायिक मामलों का निपटारा करता था। धर्माधिकारी के अधीन विभिन्न स्तरों पर न्यायालय होते थे।
Q30. मौर्य काल में गुप्तचर विभाग का प्रमुख अधिकारी कौन था?
a) संस्था
b) प्रशास्ता
c) महामात्य
d) मुद्राधिकारी
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Correct Answer: a) संस्था
Explanation: मौर्य काल में गुप्तचर विभाग का प्रमुख अधिकारी संस्था कहलाता था। गुप्तचर व्यवस्था बहुत विकसित थी और इसमें विभिन्न प्रकार के गुप्तचर होते थे। ये गुप्तचर राज्य की आंतरिक और बाहरी सुरक्षा के लिए जानकारी एकत्र करते थे।