इस्लामी आक्रमणों पर GK MCQs – मध्यकालीन भारतीय इतिहास
मध्यकालीन भारतीय इतिहास में इस्लामी आक्रमणों ने भारतीय उपमहाद्वीप की राजनीति, समाज और संस्कृति को गहराई से प्रभावित किया। महमूद गज़नी, मुहम्मद गोरी, और तुर्कों के आक्रमणों के साथ-साथ दिल्ली सल्तनत की स्थापना और विस्तार ने ऐतिहासिक घटनाओं में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस सेक्शन में हम आपको इस्लामी आक्रमणों पर GK MCQs प्रदान कर रहे हैं, जो UPSC, SSC, बैंकिंग, रेलवे और अन्य राज्यस्तरीय प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए अत्यंत उपयोगी हैं।
Q31. किस सुल्तान ने ‘अमीर-ए-आखुर’ की नियुक्ति की?
a) बलबन
b) अलाउद्दीन खिलजी
c) मुहम्मद बिन तुगलक
d) फिरोज शाह तुगलक
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Correct Answer: a) बलबन
Explanation: बलबन ने ‘अमीर-ए-आखुर’ की नियुक्ति की। यह पद घोड़ों की देखभाल और उनकी गुणवत्ता की जांच के लिए था। बलबन ने सेना की दक्षता बढ़ाने के लिए इस पद की स्थापना की थी, जिससे उसकी सैन्य शक्ति में वृद्धि हुई।
Q32. किस सुल्तान ने ‘चौहान’ वंश को समाप्त किया?
a) मुहम्मद गोरी
b) महमूद गजनवी
c) अलाउद्दीन खिलजी
d) बाबर
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Correct Answer: a) मुहम्मद गोरी
Explanation: मुहम्मद गोरी ने 1192 ई. में द्वितीय तराइन के युद्ध में पृथ्वीराज चौहान को हराकर ‘चौहान’ वंश को समाप्त किया। इस युद्ध ने दिल्ली और उत्तरी भारत में तुर्क शासन की स्थापना का मार्ग प्रशस्त किया।
Q33. किस सुल्तान ने ‘खिलजी वंश’ की स्थापना की?
a) बलबन
b) अलाउद्दीन खिलजी
c) जलालुद्दीन खिलजी
d) कुतुबुद्दीन ऐबक
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Correct Answer: c) जलालुद्दीन खिलजी
Explanation: जलालुद्दीन खिलजी ने 1290 ई. में ‘खिलजी वंश’ की स्थापना की। वह दिल्ली सल्तनत का पहला खिलजी शासक था। उसके बाद अलाउद्दीन खिलजी ने इस वंश को मजबूती और विस्तार दिया।
Q34. किस सुल्तान ने ‘तुगलकाबाद’ शहर की स्थापना की?
a) गयासुद्दीन तुगलक
b) मुहम्मद बिन तुगलक
c) फिरोज शाह तुगलक
d) अलाउद्दीन खिलजी
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Correct Answer: a) गयासुद्दीन तुगलक
Explanation: गयासुद्दीन तुगलक ने 1321-1325 ई. के दौरान ‘तुगलकाबाद’ शहर की स्थापना की। यह शहर उसकी राजधानी था और इसे एक मजबूत किले के रूप में बनाया गया था। तुगलकाबाद दिल्ली के पास स्थित है और इसकी वास्तुकला उस समय की सैन्य और शहरी योजना का उत्कृष्ट उदाहरण है।
Q35. किस सुल्तान ने ‘दौलताबाद’ को अपनी राजधानी बनाया?
a) अलाउद्दीन खिलजी
b) मुहम्मद बिन तुगलक
c) गयासुद्दीन तुगलक
d) फिरोज शाह तुगलक
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Correct Answer: b) मुहम्मद बिन तुगलक
Explanation: मुहम्मद बिन तुगलक ने 1327 ई. में अपनी राजधानी दिल्ली से दौलताबाद (पूर्व में देवगिरि) स्थानांतरित की। इस कदम का उद्देश्य दक्षिण भारत पर बेहतर नियंत्रण स्थापित करना था, लेकिन यह योजना असफल रही और उसे राजधानी वापस दिल्ली लानी पड़ी।
Q36. किस सुल्तान ने ‘सिकंदर लोदी’ के नाम से शासन किया?
a) बहलोल लोदी
b) इब्राहिम लोदी
c) नासिरुद्दीन महमूद
d) नासिरुद्दीन खुसरो
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Correct Answer: b) इब्राहिम लोदी
Explanation: इब्राहिम लोदी ने ‘सिकंदर लोदी’ के नाम से शासन किया। वह लोदी वंश का अंतिम शासक था और 1517-1526 ई. तक शासन किया। पानीपत के प्रथम युद्ध में बाबर द्वारा पराजित होने के बाद लोदी वंश का अंत हो गया।
Q37. किस सुल्तान ने ‘दीवान-ए-अर्ज’ की स्थापना की?
a) इल्तुतमिश
b) बलबन
c) अलाउद्दीन खिलजी
d) मुहम्मद बिन तुगलक
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Correct Answer: b) बलबन
Explanation: बलबन ने ‘दीवान-ए-अर्ज’ की स्थापना की। यह विभाग सेना के प्रबंधन और भर्ती के लिए था। बलबन ने इस विभाग के माध्यम से सेना को संगठित और मजबूत किया, जिससे उसकी सैन्य शक्ति में वृद्धि हुई।
Q38. किस सुल्तान ने ‘फतेहपुर सीकरी’ की स्थापना की?
a) अलाउद्दीन खिलजी
b) अकबर
c) बाबर
d) हुमायूं
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Correct Answer: b) अकबर
Explanation: अकबर ने 1571 ई. में ‘फतेहपुर सीकरी’ की स्थापना की। यह शहर उसकी राजधानी था और यहां उसने कई महत्वपूर्ण इमारतों का निर्माण करवाया। फतेहपुर सीकरी मुगल वास्तुकला का उत्कृष्ट उदाहरण है और इसे यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल घोषित किया गया है।
Q39. किस सुल्तान ने ‘दीवान-ए-रिसालत’ की स्थापना की?
a) इल्तुतमिश
b) बलबन
c) अलाउद्दीन खिलजी
d) मुहम्मद बिन तुगलक
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Correct Answer: a) इल्तुतमिश
Explanation: इल्तुतमिश ने ‘दीवान-ए-रिसालत’ की स्थापना की। यह विभाग राजनयिक और विदेशी मामलों के प्रबंधन के लिए था। इसके माध्यम से उसने अपने राज्य के विदेशी संबंधों को व्यवस्थित किया और अपनी कूटनीतिक शक्ति को मजबूत किया।
Q40. किस सुल्तान ने ‘जजिया’ कर को पुनः लागू किया?
a) अलाउद्दीन खिलजी
b) मुहम्मद बिन तुगलक
c) फिरोज शाह तुगलक
d) अकबर
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Correct Answer: c) फिरोज शाह तुगलक
Explanation: फिरोज शाह तुगलक ने ‘जजिया’ कर को पुनः लागू किया। यह कर गैर-मुस्लिमों से लिया जाता था और इस्लामी शासन के तहत उनकी स्थिति को दर्शाता था। फिरोज शाह ने इसे धार्मिक और आर्थिक कारणों से पुनः लागू किया।