धार्मिक आंदोलनों पर GK MCQs – प्राचीन भारतीय इतिहास

धार्मिक आंदोलनों पर GK MCQs – प्राचीन भारतीय इतिहास

प्राचीन भारतीय इतिहास में धार्मिक आंदोलनों ने भारतीय समाज और संस्कृति को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। बौद्ध धर्म, जैन धर्म, और भक्ति आंदोलन जैसे आंदोलनों ने न केवल धार्मिक दृष्टिकोण को प्रभावित किया, बल्कि सामाजिक और राजनीतिक दृष्टिकोण में भी बदलाव लाए। इन आंदोलनों से संबंधित महत्वपूर्ण तथ्यों और घटनाओं को जानना प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए अत्यधिक आवश्यक है। इस सेक्शन में हम आपको धार्मिक आंदोलनों पर GK MCQs प्रदान कर रहे हैं, जो विशेष रूप से UPSC, SSC, बैंकिंग, रेलवे और अन्य राज्यस्तरीय परीक्षाओं की तैयारी के लिए उपयोगी हैं।

Q1. बौद्ध धर्म के संस्थापक कौन थे?
a) महावीर स्वामी
b) चाणक्य
c) गौतम बुद्ध
d) अशोक

Show Answer

Correct Answer: c) गौतम बुद्ध
Explanation: बौद्ध धर्म के संस्थापक गौतम बुद्ध थे। उनका जन्म 563 ईसा पूर्व में लुंबिनी (वर्तमान नेपाल) में हुआ था। उन्होंने ज्ञान प्राप्ति के बाद बौद्ध धर्म की स्थापना की और चार आर्य सत्य और अष्टांगिक मार्ग की शिक्षा दी।

Q2. जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर कौन थे?
a) ऋषभदेव
b) पार्श्वनाथ
c) महावीर स्वामी
d) आदिनाथ

Show Answer

Correct Answer: c) महावीर स्वामी
Explanation: जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर महावीर स्वामी थे। उनका जन्म 540 ईसा पूर्व में कुंडलपुर (वर्तमान बिहार) में हुआ था। उन्होंने अहिंसा, सत्य, अस्तेय, ब्रह्मचर्य और अपरिग्रह के पंच महाव्रतों की शिक्षा दी।

Q3. बौद्ध धर्म के अनुसार चार आर्य सत्य क्या हैं?
a) दुःख, दुःख का कारण, दुःख का निवारण, और दुःख का मार्ग
b) सत्य, अहिंसा, अस्तेय, और अपरिग्रह
c) धर्म, अर्थ, काम, और मोक्ष
d) ज्ञान, ध्यान, संकल्प, और समाधि

Show Answer

Correct Answer: a) दुःख, दुःख का कारण, दुःख का निवारण, और दुःख का मार्ग
Explanation: बौद्ध धर्म के अनुसार चार आर्य सत्य हैं – दुःख, दुःख का कारण, दुःख का निवारण, और दुःख का मार्ग। ये सत्य जीवन की वास्तविकता और मुक्ति का मार्ग बताते हैं।

Q4. जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर कौन थे?
a) महावीर स्वामी
b) पार्श्वनाथ
c) ऋषभदेव
d) नेमिनाथ

Show Answer

Correct Answer: c) ऋषभदेव
Explanation: जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर ऋषभदेव थे। उन्हें आदिनाथ भी कहा जाता है। वे जैन धर्म के संस्थापक माने जाते हैं और उनके पुत्र भरत के नाम पर भारत का नाम पड़ा।

Q5. बौद्ध धर्म के त्रिरत्न क्या हैं?
a) बुद्ध, धम्म, संघ
b) सत्य, अहिंसा, अपरिग्रह
c) धर्म, अर्थ, काम
d) ज्ञान, ध्यान, समाधि

Show Answer

Correct Answer: a) बुद्ध, धम्म, संघ
Explanation: बौद्ध धर्म के त्रिरत्न हैं – बुद्ध (ज्ञान प्राप्त करने वाला), धम्म (धर्म), और संघ (बौद्ध समुदाय)। ये तीनों बौद्ध धर्म के प्रमुख आधार हैं।

Q6. जैन धर्म के पंच महाव्रत क्या हैं?
a) सत्य, अहिंसा, अस्तेय, ब्रह्मचर्य, अपरिग्रह
b) धर्म, अर्थ, काम, मोक्ष
c) ज्ञान, ध्यान, समाधि, संकल्प
d) दुःख, दुःख का कारण, दुःख का निवारण, दुःख का मार्ग

Show Answer

Correct Answer: a) सत्य, अहिंसा, अस्तेय, ब्रह्मचर्य, अपरिग्रह
Explanation: जैन धर्म के पंच महाव्रत हैं – सत्य (सच बोलना), अहिंसा (हिंसा न करना), अस्तेय (चोरी न करना), ब्रह्मचर्य (संयम), और अपरिग्रह (संपत्ति न रखना)। ये व्रत जैन धर्म के अनुयायियों के लिए अनिवार्य हैं।

Q7. बौद्ध धर्म के अष्टांगिक मार्ग में कितने अंग होते हैं?
a) चार
b) छह
c) आठ
d) दस

Show Answer

Correct Answer: c) आठ
Explanation: बौद्ध धर्म के अष्टांगिक मार्ग में आठ अंग होते हैं – सम्यक दृष्टि, सम्यक संकल्प, सम्यक वाणी, सम्यक कर्म, सम्यक आजीविका, सम्यक प्रयास, सम्यक स्मृति, और सम्यक समाधि। ये मार्ग मुक्ति की ओर ले जाते हैं।

Q8. जैन धर्म के अनुसार ‘कैवल्य’ का क्या अर्थ है?
a) ज्ञान प्राप्ति
b) मोक्ष
c) तपस्या
d) ध्यान

Show Answer

Correct Answer: b) मोक्ष
Explanation: जैन धर्म के अनुसार ‘कैवल्य’ का अर्थ मोक्ष है। यह आत्मा की अंतिम मुक्ति और सभी कर्मों से मुक्त होने की अवस्था है। कैवल्य प्राप्ति के बाद आत्मा अनंत ज्ञान और आनंद में स्थित होती है।

Q9. बौद्ध धर्म के संस्थापक गौतम बुद्ध का मूल नाम क्या था?
a) सिद्धार्थ गौतम
b) वर्धमान
c) चाणक्य
d) अशोक

Show Answer

Correct Answer: a) सिद्धार्थ गौतम
Explanation: बौद्ध धर्म के संस्थापक गौतम बुद्ध का मूल नाम सिद्धार्थ गौतम था। उनका जन्म शाक्य गणराज्य की राजधानी कपिलवस्तु के निकट लुंबिनी (वर्तमान नेपाल) में हुआ था।

Q10. जैन धर्म के 23वें तीर्थंकर कौन थे?
a) महावीर स्वामी
b) पार्श्वनाथ
c) ऋषभदेव
d) नेमिनाथ

Show Answer

Correct Answer: b) पार्श्वनाथ
Explanation: जैन धर्म के 23वें तीर्थंकर पार्श्वनाथ थे। उनका जन्म काशी (वर्तमान वाराणसी) में हुआ था। उन्होंने अहिंसा, सत्य, अस्तेय, और अपरिग्रह की शिक्षा दी।

Scroll to Top