वैदिक संस्कृति पर GK MCQs – प्राचीन भारतीय इतिहास
वैदिक संस्कृति पर GK MCQs के माध्यम से प्राचीन भारतीय इतिहास की गहरी समझ विकसित करें। यह विषय विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे State Police, SSC CGL, SSC CHSL, UPSC, Banking Exams, RRB Exams, CTET, NDA, CDS आदि के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। इन MCQs के माध्यम से वैदिक काल की सामाजिक, धार्मिक, आर्थिक और सांस्कृतिक विशेषताओं को जानें और अपनी परीक्षा की तैयारी को सुदृढ़ बनाएं।
Q1. वैदिक काल को किस काल से किस काल तक माना जाता है?
a) 1500 ई.पू. – 500 ई.पू.
b) 2000 ई.पू. – 1000 ई.पू.
c) 1000 ई.पू. – 500 ई.
d) 500 ई.पू. – 500 ई.
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Correct Answer: a) 1500 ई.पू. – 500 ई.पू.
Explanation: वैदिक काल को लगभग 1500 ई.पू. से 500 ई.पू. तक माना जाता है। यह काल सिंधु घाटी सभ्यता के पतन के बाद और महाजनपद काल से पहले का समय है। इस अवधि में वेदों की रचना हुई और आर्य संस्कृति का विकास हुआ।
Q2. वेदों की संख्या कितनी है?
a) दो
b) तीन
c) चार
d) पाँच
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Correct Answer: c) चार
Explanation: वेदों की कुल संख्या चार है – ऋग्वेद, यजुर्वेद, सामवेद और अथर्ववेद। ये वेद वैदिक संस्कृति के मूल ग्रंथ हैं और इनमें प्राचीन भारतीय ज्ञान, दर्शन, और जीवन शैली का वर्णन मिलता है।
Q3. वैदिक काल में सबसे महत्वपूर्ण देवता किसे माना जाता था?
a) इंद्र
b) वरुण
c) अग्नि
d) सोम
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Correct Answer: a) इंद्र
Explanation: वैदिक काल में इंद्र को सबसे महत्वपूर्ण देवता माना जाता था। इंद्र वर्षा के देवता थे और युद्ध में विजय दिलाने वाले देवता भी। ऋग्वेद में इंद्र की स्तुति में सबसे अधिक मंत्र हैं।
Q4. ‘गायत्री मंत्र’ किस वेद से लिया गया है?
a) ऋग्वेद
b) यजुर्वेद
c) सामवेद
d) अथर्ववेद
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Correct Answer: a) ऋग्वेद
Explanation: प्रसिद्ध ‘गायत्री मंत्र’ ऋग्वेद से लिया गया है। यह मंत्र ऋग्वेद के तीसरे मंडल में स्थित है और इसे सूर्य देवता की स्तुति में रचा गया है। यह हिंदू धर्म का सबसे पवित्र मंत्र माना जाता है।
Q5. वैदिक काल में किस नदी को सबसे पवित्र माना जाता था?
a) गंगा
b) यमुना
c) सरस्वती
d) सिंधु
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Correct Answer: c) सरस्वती
Explanation: वैदिक काल में सरस्वती नदी को सबसे पवित्र माना जाता था। ऋग्वेद में सरस्वती नदी का कई बार उल्लेख मिलता है। यह नदी वैदिक आर्यों के जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती थी और इसे ‘नदीतमा’ (सर्वश्रेष्ठ नदी) कहा गया है।
Q6. वैदिक काल में राजा की सहायता के लिए कौन सी दो महत्वपूर्ण सभाएँ थीं?
a) विधान सभा और राज्य सभा
b) लोक सभा और राज्य सभा
c) सभा और समिति
d) पंचायत और ग्राम सभा
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Correct Answer: c) सभा और समिति
Explanation: वैदिक काल में राजा की सहायता के लिए दो महत्वपूर्ण सभाएँ थीं – सभा और समिति। सभा में वृद्ध और अनुभवी लोग शामिल होते थे, जबकि समिति में सामान्य जनता के प्रतिनिधि होते थे। ये दोनों संस्थाएँ राजा को शासन में सलाह देती थीं।
Q7. वैदिक काल में ‘गोमत’ शब्द का क्या अर्थ था?
a) गाय का मालिक
b) राजा
c) पुरोहित
d) सेनापति
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Correct Answer: b) राजा
Explanation: वैदिक काल में ‘गोमत’ शब्द का प्रयोग राजा के लिए किया जाता था। इसका अर्थ था ‘गायों का स्वामी’। यह शब्द राजा की समृद्धि और शक्ति का प्रतीक था, क्योंकि उस समय गाय धन का प्रमुख स्रोत मानी जाती थी।
Q8. वैदिक काल में किस वर्ण व्यवस्था का उल्लेख मिलता है?
a) द्विवर्ण
b) त्रिवर्ण
c) चतुर्वर्ण
d) पंचवर्ण
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Correct Answer: c) चतुर्वर्ण
Explanation: वैदिक काल में चतुर्वर्ण व्यवस्था का उल्लेख मिलता है। इसमें समाज को चार वर्णों में बाँटा गया था – ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य और शूद्र। यह व्यवस्था कर्म पर आधारित थी, न कि जन्म पर।
Q9. वैदिक काल में ‘पुरोहित’ का क्या कार्य होता था?
a) सेना का नेतृत्व करना
b) कर वसूलना
c) धार्मिक कर्मकांड करना
d) व्यापार करना
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Correct Answer: c) धार्मिक कर्मकांड करना
Explanation: वैदिक काल में ‘पुरोहित’ का मुख्य कार्य धार्मिक कर्मकांड करना होता था। वे यज्ञ और अन्य धार्मिक अनुष्ठानों का संचालन करते थे। पुरोहित राजा के धार्मिक और आध्यात्मिक सलाहकार भी होते थे।
Q10. वैदिक काल में ‘सोमरस’ क्या था?
a) एक प्रकार का शस्त्र
b) एक धार्मिक पेय
c) एक प्रकार का वस्त्र
d) एक प्रकार का आभूषण
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Correct Answer: b) एक धार्मिक पेय
Explanation: वैदिक काल में ‘सोमरस’ एक महत्वपूर्ण धार्मिक पेय था। यह सोम नामक पौधे से बनाया जाता था और यज्ञों में इसका प्रयोग किया जाता था। इसे देवताओं का प्रिय पेय माना जाता था और इसके सेवन से दिव्य शक्तियाँ प्राप्त होने का विश्वास था।